नई दिल्ली। दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि इन्नोवेशन को मर्थन देने के लिए नीतिगत ढांचे में किए गए बदलाव की वजह से देश के स्टार्टअप्स ने इस साल की पहली तिमाही में 1.7 अरब डॉलर की राशि जुटाने में सफलता पाई है।
डिजिटल इंडिया कॉनक्लेव के दौरान प्रसाद ने कहा कि इस साल की पहली तिमाही में भारतीय स्टार्टअप्स ने 1.7 अरब डॉलर जुटाए हैं, जो 2014 की पहली तिमाही में स्टार्टअप्स द्वारा जुटाई गई 45 करोड़ डॉलर की राशि से 300 फीसदी ज्यादा है। इस मौके पर औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग (डीआईपीपी) के सचिव अमिताभ कांत ने कहा कि भारत को ज्ञान अर्थव्यवस्था की मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि उसके इन्नोवेशन न सिर्फ मेक इन इंडिया पर ध्यान दें, बल्कि डिजाइन और क्रिएट इन इंडिया पर भी जोर दें।
एसएमई को वित्त विकल्पों की पेशकश करेगी आस्कमीफिन
आस्कमी ग्रुप की भुगतान पहल आस्कमीपे ने नया कार्यक्रम आस्कमीफिन शुरू किया है, जिसके तहत लघु व मझोले उपक्रमों को वित्त विकल्पों की पेशकश की जाएगी। समूह ने महिन्द्रा फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, कैपिटल फ्लोट, रेलीगेयर, एसएमई बैंक डॉट इन और मंडी डॉट कॉम के साथ गठबंधन किया है और वह अपने विक्रेताओं को 50,000 रुपए से एक करोड़ रुपए तक के दायरे में ऋण की पेशकश करेगी। ये ऋण 15 दिनों से छह महीने की पुनर्भुगतान अवधि के लिए उपलब्ध होंगे।