नई दिल्ली। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र सोमवार को भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 2 पैसा कमजोर होकर 66.90 पर खुला है। बीते सत्र में भी भारतीय रुपया कमजोरी के साथ बंद हुआ था। हालांकि एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ट्रंप की नीतियों के चलते रुपए पर फिर से दबाव गहराने की आशंका बनी हुई है।
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शुक्रवार को रुपए में रही कमजोरी
- बीते कारोबारी सत्र यानी शुक्रवारो को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की कमजोरी के साथ 66.88 पर बंद हुआ था। जबकि, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 66.84 पर बंद हुआ था।
रुपए का दायरा
- केडिया कमोडिटी के अजय केडिया के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपया आज 66.75 से 67.22 के दायरे में रह सकता है।
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ट्रंप की नीतियों से रुपए में फिर से आ सकती है गिरावट
अभिषेक गोयनका के मुताबिक डॉलर में आगे मजबूती के संकेत बने हुए हैं। उन्होने कहा कि ट्रंप की नीतियों से संकेत हैं कि अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है साथ ही निवेश का फ्लो भी बढ़ सकता है। इसका असर डॉलर में तेजी के रूप में देखने को मिलेगा। ऐसे में रुपए में आने वाले समय में एक बार फिर गिरावट आ सकती है।
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कहां तक गिर सकता है रुपया
- अभिषेक ने अनुमान दिया है कि छोटी से मध्यम अवधि में एक बार फिर रुपया 68 के स्तर को छू सकता है।
- केडिया कमोडिटी के MD अजय केडिया के मुताबिक मध्यम अवधि में ग्लोबल संकेतों को देखते हुए रुपए में गिरावट बढ़ सकती है।
- हालांकि उन्होने कहा कि सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों से 70 के स्तर तक गिरने की आशंका काफी कम हो गई है।
- पॉजिटिव संकेतों के साथ डॉलर के मुकाबले रुपया बढ़त पर 66.55 का स्तर छू सकता है।
- वहीं, गिरावट आने पर अजय का अनुमान है कि मध्यम अवधि में रुपया 68.5 के स्तर पर आ सकता है।