नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारतीय रेलवे फिर ट्रेनों का परिचालन बंद करने वाला है? इस सवाल पर भारतीय रेलवे ने बड़ा बयान जारी किया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में फिर पाबंदिया लगनी शुरु हो गई है। कई राज्यों में रात्रि कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया गया है। ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ को पर रेलवे ने बड़ा बयान जारी किया है। कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच रेलवे अपना परिचालन फिर बंद करने या ट्रेनों की संख्या को घटाने जा रहा है इस रेलवे ने कहा है कि अभी हमारी ऐसी कोई योजना नही है।
रेलवे बोर्ड के चयरमैन सुनील शर्मा ने कहा कि जो लोग यात्रा करना चाहते हैं कर सकते हैं, ट्रेनों की कमी नहीं है। जितनी भी जरूरत होगी, उस हिसाब से ट्रेनों को चलाया जा रहा है। ऐसे में पैनिक करने की ज़रूरत नहीं है। अगर डिमांड बढ़ती है, तो हम तुरंत ट्रेनें बढ़ा देंगे। उन्होनें कहा कि रेलवे स्टेशनों लोगों की यह संख्या सामान्य है। गर्मियों के वक्त लोग यात्राएं करते हैं। ऐसे में इस भीड़ को देखते हुए हम पहले ही अतिरिक्त ट्रेनों का ऐलान कर चुके हैं। सुनील शर्मा ने बताया कि ट्रेनों की कमी नहीं है इसलिए लोगों को पैनिक में नहीं करना चाहिए।
सेंट्रल रेलवे ने तत्काल प्रभाव से प्लेटफॉर्म टिकट बेचने पर लगाई रोक
मुंबई उपनगरीय रेल के सेंट्रल रेलवे ने तत्काल प्रभाव से प्लेटफॉर्म टिकट बेचने पर रोक लगा दी है। सेंट्रल रेलवे ने यह कदम प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम करने के उद्देश्य से उठाया है। इस फैसले से जिन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट पर रोक लगी है उनमें कुर्ला एलटीटी,कल्याण जंक्शन,ठाणे, दादर,पनवेल और सीएसटी शामिल है जहां से उत्तर भारत की ओर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें रोजाना रवाना होती हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना के कहर और पूर्ण लॉकडाउन की आशंका के बीच बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। इन दिनों बड़ी तादाद में प्रवासी मजदूर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। इससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ काफी बढ़ रही है और कोरोना के दिशा-निर्देशों का भी सही से पालन नहीं हो पा रहा था। सोशल डिस्टेंसिंग की लोग परवाह नहीं कर रहे हैं। लिहाजा सेंट्रल रेलवे ने प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ कम करन के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।