नई दिल्ली। क्या आप विश्व-स्तरीय रेलवे स्टेशन (railway stations) की सुविधा अपने देश में पाना चाहते हैं, तब आप कुछ अतिरिक्त पैसा खर्च करने के लिए तैयार रहें। काफी लंबे समय से इस बात पर चर्चा हो रही है कि रेलवे स्टेशनों पर भी एरपोर्ट की तरह यात्रियों से यूजर डेवलपमेंट फीस (user development fees) वसूली जाए। रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए रेलवे मंत्रालय (Railway Ministry) ने एक कैबिनेट नोट भी जारी किया है। इसका मतलब है कि भारतीय रेलवे (indian railways) यूजर डेवलपमेंट फीस या यूडीएफ को लागू करने से बस एक कदम दूर है। जारी किए गए कैबिनेट नोट में कहा गया है कि नीति आयोग (Niti Aayog) के साथ चर्चा के बाद यूडीएफ लागू किया जाएगा।
फरवरी के पहले सप्ताह में, रेलवे मंत्रालय और नीति आयोग यूडीएफ फॉर्मूला को तय करने में सफल हो गए हैं।
रेल यात्रा होगी महंगी
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों से यूजर डेवलपमेंट फीस ली जाएगी, इस प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट में अगले महीने मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। इसका मतलब होगा कि अगली बार जब आप रेल टिकट बुक करेंगे तब आपसे यूडीएफ फीस भी वसूली जाएगी, जिससे आपका रेल किराया पहले के मुकाबले कुछ अधिक होगा।
क्या हर किसी को यूडीफ देना होगा?
अब यह सवाल उठता है कि क्या देश में प्रत्येक स्टेशन पर यात्रियों को यूडीएफ देना होगा? इसका उत्तर है नहीं। यूजर डेवलपमेंट फीस केवल उन्हीं स्टेशन पर वसूला जाएगा, जिन्हें प्राइवेट कंपनियों द्वारा रि-डेवलपमेंट, सौंदर्यीकरण किया गया है। यदि आप इस तरह के स्टेशन से यात्रा शुरू कर रहे हैं तभी आपको यूडीएफ का भुगतान करना होगा।
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रेलवे बोर्ड के पूर्व सीईओ वीके यादव के मुताबिक ऐसे 700 से 1000 रेलवे स्टेशन होंगे, जहां यूडीएफ की वसूली यात्रियों से की जाएगी। पहले चरण में 62 स्टेशन की पहचान की गई है, जहां रि-डेवलपमेंट की प्रक्रिया चल रही है। इसमें नई दिल्ली, मुंबई, नागपुर, इंदौर और चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन आदि शामिल हैं।
कितना और कैसे वसूला जाएगा UDF?
अभी तक आई रिपोर्ट के मुताबिक, कितनी यूजर डेवलपमेंट फीस होगी इसको अभी तय नहीं किया गया है। लेकिन एक अनुमान के मुताबिक प्रति टिकट ये 30 से 40 रुपये तक हो सकती है। यात्रा श्रेणी के मुताबिक यूडीएफ की राशि भी अलग-अलग हो सकती है। इसका मतलब है कि एसी2 और एसी3 टियर की तुलना में एसी1 टियर के लिए यूडीएफ शुल्क ज्यादा होगा। सूत्रों के मुताबिक जनरल टिकट पर यूडीएफ नहीं वसूला जाएगा। केवल यात्री टिकट पर ही नहीं बल्कि प्लेटफॉर्म टिकट पर भी यूडीएफ वसूलने की योजना है।
आम जनता पर नहीं पड़ेगा बोझ
रेलवे बोर्ड के पूर्व सीईओ वीके यादव के मुताकि यूजर डेवलपमेंट फीस इस तरह होगी कि यह आम जनता पर कोई बोझ नहीं बनेगी। यह न्यूनतम शुल्क यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में मददगार होगा। बहुत से स्टेशनों को रि-डेवलपमेंट के लिए प्राइवेट कंपनियों को सौंपा गया है, ऐसे में सरकार जल्द ही यूडीएफ को नोटिफाई करना चाहती है ताकि अधिक से अधिक प्राइवेट कंपनियां नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित हों।
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