नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था में अब धीरे धीरे रिकवरी के संकेत दिखने लगें हैं। भारतीय रेलवे की मालढ़ुलाई में अब बढ़त का रुख दिखने लगा है। सितंबर महीने के पहले 6 दिनों में भारतीय रेलवे द्वारा की गई मालढुलाई पिछले साल की इसी अवधि से 11 फीसदी ज्यादा है। इसके साथ ही इस अवधि में रेलवे के द्वारा मालढुलाई से आय भी पिछले साल के मुकाबले 7.5 फीसदी बढ़ गई है। इससे संकेत हैं कि देश में कारोबारी गतिविधियां अब तेजी पकड़ने लगी हैं। वित्त मंत्रालय की हाल में जारी हुई रिपोर्ट में भी जिन संकेतों के आधार पर अर्थव्यवस्था में तेज रिकवरी का अनुमान दिया है उसमें रेलवे की मालढुलाई मे सुधार भी एक है।
आज जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक भारतीय रेल चालू माह में छह सितंबर तक पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.41 प्रतिशत अधिक मालढुलाई की है। रेलवे की इससे हुई आय भी पिछले साल के आंकड़े को पार कर गयी है। रेल मंत्रालय ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि छह सितंबर तक भारतीय रेल ने 1.92 करोड़ टन माल की ढुलाई की। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुई 1.74 करोड़ टन की मालढुलाई से 10.41 प्रतिशत ज्यादा है। यानी इस अवधि के दौरान रेलवे ने 18.1 लाख टन अधिक माल की ढुलाई की है। इस दौरान रेलवे ने मालढुलाई से 1,836.15 करोड़ रुपये कमाए जो पिछले वर्ष की समान अवधि में हुई आय 1,706.47 करोड़ रुपये से 129.68 करोड़ रुपये अधिक है।
रेलवे द्वारा जारी बयान के मुताबिक छह सितंबर 2020 तक रेलवे ने 81.1 लाख टन कोयला, 25.9 लाख टन लौह अयस्क, 12 लाख टन खाद्यान्न, 10.3 लाख टन उर्वरक और 10.5 लाख टन (क्लिंकर को छोड़कर) सीमेंट की मालढुलाई की। उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल से मालढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए रेल मंत्रालय कई तरह की रियायतें दे रहा है। साथ ही मालढुलाई में सुधार के लिए रेलवे इसे आगामी शून्य आधारित समय सारिणी में शामिल करने जा रहा है।