नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2016-17 में 1,84,820 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने गुरुवार को लोक सभा में रेल बजट पेश करते हुए कहा कि अनुमान के मुताबिक भारतीय रेलवे वित्त वर्ष 2016-17 में 8,720 करोड़ रुपए की बचत करने में सक्षम होगी।
अगले वित्त वर्ष में रेलवे अपनी सेवाओं के विस्तार पर 1.21 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेगी। सुरेश प्रभु ने सातवें वेतन आयोगी की सिफारिशों को लागू करने और परफॉर्मेंस लिंक्ड इन्सेंटिव को चुनौती बताते हुए कहा कि भारतीय रेलवे ने 2020 तक पैसेंजर रिजर्वेशन ऑन डिमांड, फ्रेट ट्रेन टाइम टेबल, सभी मानव रहित लेवल क्रॉसिंग को खत्म करने, जीरो डायरेक्ट डिस्चार्ज ऑफ ह्यूमन वेस्ट को लागू करने के अलावा 2020 तक यात्री ट्रेनों की औसत स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा और माल गाडि़यों की स्पीड 50 किलोमीटर प्रति घंटा करने की योजना बनाई है।
तस्वीरों में देखिए आंकड़ों में रेल बजट
Rail budget in figures
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उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे ने 5,300 किलोमीटर के 44 परियोजनाओं की पहचान की है और इन योजनाओं पर 92,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। रेलवे ने चालू वित्त वर्ष तक प्रति दिन 7 किलोमीटर ब्रॉड गैज ट्रैक निर्माण का लक्ष्य रखा है, जिसे वित्त वर्ष 2016-17 तक बढ़ाकर प्रतिदिन 13 किलोमीटर किया जाएगा और वित्त वर्ष 2018-19 तक इसे प्रतिदिन 19 किलोमीटर किया जाएगा।
योजनाओं के लिए धन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए वित्त पोषण की मिली-जुली व्यवस्था करने का प्रस्ताव है। रेल बजट के अनुसार, अगले वित्त वर्ष में रेलवे को यातायात कारोबार से सकल राजस्व प्राप्ति 1.84 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। वर्ष के दौरान यात्री किराए से 51,012 करोड़ रुपए की आय का लक्ष्य रखा गया है, जो चालू वित्त वर्ष के बजट से 12.4 फीसदी अधिक होगा। रेलवे ने 2016-17 में 5 करोड़ टन अतिरिक्त माल ढुलाई का लक्ष्य रखा है और उम्मीद की है कि बुनियादी क्षेत्र के स्वस्थ विकास से यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा। माल ढुलाई से 1.17 लाख करोड़ रुपए की आमदनी होने का अनुमान है। अन्य कोचिंग और छोटी मोटी सेवाओं से रेलवे को अगले वित्त वर्ष में क्रमश: 6,185 करोड़ रुपए और 9,590 करोड़ रुपए की आय होने का अनुमान है।