नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने रविवार को स्पेन की तेज रफ्तार टैल्गो ट्रेनों का पहला ट्रायल रन उत्तर प्रदेश के बरेली-मुरादाबाद रेलखंड पर किया। रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, “ट्रायल रन में 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से एक लोकोमोटिव, एक वीआईपी कोच, एक फर्स्ट प्रथम क्लास कोच, एक कैफेटेरिया और चार सेकेंड क्लास के कोच को शामिल किया गया।” दूसरा ट्रायल रन उत्तर-मध्य रेलवे के पलवल-मथुरा रेलखंड पर किया जाएगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “टैल्गो ट्रेनों की सवारी, सुरक्षा और स्थिरता की जांच विभिन्न चरणों के ट्रायल रन में की जाएगी।” इस चरण के सफल परीक्षण के बाद इस बहुप्रतीक्षित ट्रेन के समय का परीक्षण किया जाएगा। पहले परीक्षण के दौरान ट्रेनों के कोच खाली रहेंगे। इसके बाद उसमें यात्रियों के बैठने के स्थान पर बालुओं से भरे बैग रखे जाएंगे। ट्रायल रन के दौरान ट्रेन की गति 130 किलोमीटर प्रतिघंटे से लेकर 180 किलोमीटर प्रतिघंटे के बीच होगी।
टैल्गो स्पेन की अग्रणी मध्यम-तेज गति (160-250 किलोमीटर प्रति घंटा) और उच्च गति (350 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से चलने वाली यात्री ट्रेन है। पिछले महीने भारतीय रेलवे ने देश की पहली मध्यम-तेज गति ट्रेन ‘गतिमान एक्सप्रेस’ को दिल्ली से आगरा के बीच रवाना किया था, जो 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। ट्रायल के दौरान स्पेन की 11 सदस्यीय इंजीनियरिंग टीम, रेल डिजायन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ), रेलवे बोर्ड और मंडलीय रेल अफसर ट्रेन में मौजूद रहेंगे। रेलवे बोर्ड के मैकेनिकल इंजीनियर 25 मई में रेलवे वर्कशॉप पहुंचेंगे। वह निरीक्षण कर स्पीड ट्रायल के बारे में जानकारी लेंगे। इसके बाद रेलवे बोर्ड को रिपोर्ट देंगे।