नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने रेल संसदीय समिति को बुधवार को बताया कि कोरोना वायरस के मद्देनजर इस साल मार्च में लोगों ने 60 प्रतिशत से अधिक टिकट रद्द करवा दिए हैं। वहीं भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उपायों और कम यात्रियों को देखते हुए अबतक 85 ट्रेनों के परिचालन को रद्द कर दिया है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने लोगों से आग्रह किया कि गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें। महाकाल एक्सप्रेस को 19 मार्च से लेकर 1 अप्रैल तक निरस्त कर दिया गया है।
कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए और यात्रियों की बहुत कम संख्या के कारण भरतीय रेलवे ने सभी जोनों को मिलाकर एहतियात के तौर पर अब तक 85 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। जिसमें उत्तर रेलवे की 8 ट्रेनें शामिल हैं। इसमें दिल्ली सराय रोहिल्ला पठानकोट एक्सप्रेस, अंबाला कैंट श्रीगंगानगर अंबाला इंटरसिटी एक्सप्रेस, नई दिल्ली फिरोजपुर शताब्दी एक्सप्रेस, छत्रपति शिवाजी महाराज निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस और हजरत निजामुद्दीन से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस राजधानी एक्सप्रेस शामिल हैं।
रेलवे ने मंडल रेल अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर यह भी कहा है कि भारतीय रेल में किसी भी ऐसे कैटरिंग कर्मचारी को खान-पान की सेवा में नियुक्त न किया जाए, जिसे सर्दी, जुकाम या सांस लेने में तकलीफ हो। अधिकारियों के अनुसार, मध्य रेलवे ने 23, दक्षिण मध्य रेलवे ने 29, पश्चिम रेलवे ने दस, दक्षिण पूर्वी रेलवे ने नौ और उत्तर रेलवे ने पांच ट्रेनें रद्द की हैं। रद्द की गई ट्रेनों की सूची में लंबी दूरी की कुछ लोकप्रिय ट्रेन भी हैं।
दिशा निर्देशों में कैटरिंग सेवा प्रदान करने वाले कर्मचारियों को व्यक्तिगत तौर पर साफ-सफाई रखने को कहा गया है। सभी कैटरिंग कर्मचारियों को मास्क और दस्ताने पहनकर सेवा देने को कहा गया है। कैटरिंग कर्मचारियों को लगातार हाथ धोने का भी निर्देश दिया गया है।