नयी दिल्ली। भारत में माल परिवहन के क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। क्योंकि अब जरूरी सामान देश के एक कोने से दूसरे कोने तक तेजी के साथ पहुंचाया जा सकेगा। यह संभव होगा रेलवे को मिले उच्च क्षमता के रेल इंजन की मदद से। यह इंजन भारतीय रेल को बुधवार को प्राप्त हुआ। फ्रांस की कंपनी एल्स्टॉम फ्रांस ने 12 हजार हॉर्स पावर क्षमता वाले पहले इंजन की आपूर्ति कर दी है। यह इंजन कोलकाता बंदरगाह पर पहुंच गया है। इससे उच्च क्षमता वाले लोकोमोटिव का भारत का सपना पूरा होने के करीब पहुंच गया।
रेलवे के अनुसार इस इंजन का इस्तेमाल मालवाहक ट्रेनों में किया जाएगा। जिससे ट्रेनों की माल वहन क्षमता का विस्तार होगा साथ। रेलवे के अनुसार इस इंजन का इस्तेमाल अगले साल से किया जाएगा। इससे इन ट्रेनों की मौजूदा गति दोगुनी हो जाएगी। एल्सटॉम द्वारा भेजे गये इंजन के पुर्जों एवं हिस्सों को हल्दिया में उतार लिया गया है। इन्हें मधेपुरा स्थित कारखाने में एसेंबल करने के लिए भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल ने मधेपुरा स्थित लोकोमोटिव कारखाने में संयुक्त उपक्रम के तहत अगले 11 साल में 800 ऐसे इंजन तैयार करने का करार नवंबर 2015 में किया था। यह रेल विभाग में पहला प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई है। पहले ऐसे इंजन पर करीब 30 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। इसे मधेपुरा संयंत्र में एसेंबल किये जाने के बाद इसका ट्रायल अगले साल फरवरी में शुरू किया जाएगा।