नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) के शेयरों में मंगलवार (5 नवंबर) को 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जिसके बाद कंपनी ने 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए अपना शुद्ध घाटा बढ़ा दिया। कंपनी का शेयर बीएसई पर 13.18 फीसदी गिरकर 10.40 रुपए पर आ गया। एनएसई पर यह 14.16 प्रतिशत गिरकर 10.30 रुपए पर आ गया।
आईओबी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2,253.64 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक को 487.26 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का घाटा 342 करोड़ रुपए रहा था।
शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसकी कुल आय 5,024 करोड़ रुपए रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक की आय 5,348.35 करोड़ रुपए रही थी। बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उसके सकल ऋण का 20 प्रतिशत रही। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 24.73 प्रतिशत के मुकाबले हालांकि, कम है।
बैंक का शुद्ध एनपीए इस अवधि में 9.84 प्रतिशत रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 14.34 प्रतिशत था। इस दौरान फंसे कर्ज के लिए बैंक का प्रावधान 2,996.04 करोड़ रुपए रहा। बैंक को इस दौरान सरकार से 3,857 करोड़ रुपए का कोष मिला है। सरकार ने बैंक में यह पूंजी तरजीही आधार पर शेयर खरीद कर डाली है।