नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियल ओवरसीज बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित कर्ज ब्याज दरों (MCLR) में 0.30 प्रतिशत तक की कटौती की है। वहीं रेपो दर से जुड़े कर्ज की ब्याज दर 0.4 फीसदी घटा दी गई हैं। इस तरह बैंक ने हाल में हुई रेपो रेट में कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों तक पहुंचा दिया है। नयी दरें 10 जून से प्रभावी होंगी। बैंक ने एक बयान में कहा कि उसने एक दिन के कर्ज की ब्याज दर 0.30 प्रतिशत घटायी है। इसी तरह एक माह से एक साल तक की अवधि वाले कर्ज की ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत की कटौती की गयी है। साथ ही साथ बैंक ने रेपो दर से जुड़े कर्ज की ब्याज दर भी 7.25 प्रतिशत से घटाकर 6.85 प्रतिशत कर दी है। बैंक के आवास, शिक्षा, वाहन, लघु उद्योग (एमएसएमई) कर्ज रेपो दर से जुड़े हैं। अत: इन मासिक किस्त अब कम हो जाएगी।
भारतीय रिजर्व बैंक के पिछले महीने रेपो दर को 0.40 प्रतिशत घटाने के बाद कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरें घटायी हैं। इसमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक और बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। शुक्रवार को ही बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने रेपो दर से जुड़े कर्ज की ब्याज दर में 0.40 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की थी। कटौती सोमवार से लागू होगी।