गुवाहटी। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) नई इकाइयां बनाकर तथा मौजूदा संयंत्रों का उन्नयन कर अपने परिचालन में विस्तार के लिए अगले पांच साल के दौरान असम में 3,400 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनी वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन-2018 के दौरान असम सरकार के साथ सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगी।
कंपनी के कार्यकारी निदेशक (इंडियन ऑयल-एओडी) दीपांकर रे ने कहा कि असम सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे जिससे हम अगले पांच साल में असम में 3,400 करोड़ रुपए निवेश कर सकेंगे। यह राज्य में विभिन्न परियोजनाओं के लिए होगा। उन्होंने कहा कि कंपनी निदेशक मंडल ने इसे पहले ही मंजूरी दे दी है। कार्य में प्रगति के बाद आवश्यकता पड़ने पर राशि बढ़ाई भी जा सकती है।
रे ने कहा कि निवेश का बड़ा हिस्सा शोधन क्षमता के विस्तार में लगाया जाएगा। हम नई इकाइयां बनाने वाले हैं तथा मौजूदा संयंत्रों का उन्नयन करने वाले हैं ताकि हम ईंधन की गुणवत्ता बेहतर कर सकें। प्रावधानों के तहत भारत स्टेज-6 के अनुकूल ईंधन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी उत्तर गुवाहाटी, सिलचर और मिर्जा स्थित एलपीजी बोटलिंग संयंत्र की क्षमता का भी विस्तार करेगी।
उन्होंने कहा कि बराक घाटी तथा दिग्बोई जैसे विभिन्न स्थानों पर पेट्रोलियम भंडारण को भी विस्तृत किया जाएगा। बराक घाटी में हम एक नया डिपो बनाने जा रहे हैं जो रेल नेटवर्क से पूरी तरह जुड़ा हुआ होगा और उससे पाइपलाइन भी जुड़ी होगी। रे ने कहा कि गुवाहाटी के बेटकुची, लुमडिंग और मिसामारी में मौजूदा डिपो की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस समझौते के तहत कुछ परियोजनाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं और कुछ पर काम जल्दी ही शुरू होगा। इन परियोजनाओं से रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी।