नई दिल्ली। बांबे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आशीष चौहान ने कहा है कि भारतीय शेयर बाजार सालाना 100 अरब डॉलर तक जुटा सकता है और देश में फाइनेंस की जरूरतों को पूरा कर सकता है।
उन्होंने चालू वित्त वर्ष में इस एक्सचेंज के जरिए 30 अरब डॉलर जुटाए जाने का अनुमान जताया है।
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उन्होंने कहा कि कैपिटल मार्केट में देश की ग्रोथ की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचा, नई कंपनी स्थापित करने, मौजूदा कंपनी के विस्तार, रोजगार सृजन तथा अन्य जरूरतों के लिए अगले 10 साल में जरूरी करीब 2,000 अरब डॉलर का करीब आधा का योगदान करने की क्षमता है।
चौहान ने कहा कि देश में उच्च बचत दर को देखते हुए यह लक्ष्य पूरी तरह हासिल करने योग्य है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में फंड जुटाने के लिए देश में बॉन्ड बाजार को शेयर बाजार के मुकाबले अधिक बड़ी भूमिका निभाने की जरूरत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिये जरूरी बुनियादी ढांचा और प्रौद्योगिकी पहले से है। चौहान ने कहा कि बाजार का एक महत्वपूर्ण कार्य पूंजी निर्माण है। शेयर बाजार का हाल ही में काफी सफल IPO आया है।
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चौहान ने कहा, भारत को अगले 10 साल में 2,000 से 2500 अरब डॉलर के फंड की जरूरत है और इसके लिये एक्सचेंज को भी खड़ा होना होगा और उसे गिना जाना चाहिए। भारत अकेले बैंक से इतना कोष नहीं जुटा सकता।
उन्होंने कहा, अगर आधा फंड बाजार से जुटाया जाए और आधा बैंकों से तब 1,000 अरब डॉलर शेयर बाजारों से जुटाया जा सकता है। इसमें गिफ्ट सिटी (इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर) और घरेलू बाजार शामिल हो सकते हैं।