नई दिल्ली। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग की आमदनी वित्त वर्ष 2020-21 में 2.3 प्रतिशत बढ़कर 194 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इसी तरह आईटी निर्यात के 1.9 प्रतिशत बढ़कर 150 अरब डॉलर तक रहने का अनुमान है। उद्योग संगठन नासकॉम ने सोमवार को यह कहा। नासकॉम ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित इस वित्त वर्ष में आईटी उद्योग शुद्ध आधार पर नौकरियां देने वाला रहा है। इस दौरान उद्योग में 1.38 लाख नयी नौकरियों के साथ रोजगार प्राप्त लोगों की कुल संख्या के बढ़कर 44.7 लाख पर पहुंच गयी है। नासकॉम की अध्यक्ष देवयानी घोष ने कहा, ‘‘हम इस संकट से अधिक लचीला और अधिक प्रासंगिक बन कर उभरे हैं। हम कोविड के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने वाले रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि उद्योग महामारी से प्रेरित संकट के दौर से उबरने वाला पहला क्षेत्र रहा।
साथ ही उन्होने कहा कि कोविड के कारण दुनिया भर के सकल घरेलू उत्पाद में 3.5 प्रतिशत की गिरावट के बीच प्रौद्योगिकी पर खर्च में 2020 के दौरान 3.2 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद आईटी क्षेत्र अपने को संभाल ले गया। संगठन ने कहा कि यदि सूचीबद्ध कंपनियों के द्वारा दिये आंकड़ों के हिसाब से देखें तो 15 अरब डॉलर से अधिक सौदे उन्हें मिले हैं। परिदृश्य को लेकर 100 में से 71 मुख्य कार्यकारियों का मानना है कि 2021 में आईटी पर खर्च बेहतर रहने वाला है।
महामारी के दौरान आईटी सेक्टर सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले सेक्टर रहा है। सेक्टर की कंपनियों के तिमाही नतीजे दूसरे सेक्टर की तुलना में बेहतर रहे हैं। कंपनियों को उम्मीद है कि कोरोना की वजह से बदले माहौल में इंडस्ट्री तेजी के साथ नई तकनीकों का इस्तेमाल शुरू करेगी, जिसका फायदा आने वाले समय मे पूरे सेक्टर को मिलेगा।