नई दिल्ली। भारत का हेल्थकेयर मार्केट तीन गुना बढ़कर साल 2022 तक 372 अरब डॉलर हो जाएगा। इसका कारण जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की घटनाएं बढ़ना और किफायती स्वास्थ्य सेवा की मांग में वृद्धि है। उद्योग मंडल एसोचैम और शोध संगठन RNCOS ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि साल 2016 में यह क्षेत्र 110 अरब डॉलर का था और इसमें साल दर साल 22 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) देखने को मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, देश का चिकित्सीय उपकरण बाजार साल 2016 में 4 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2022 में 11 अरब डॉलर के स्तर को पार कर जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि शोध और विकास (R&D) पर खर्च बढ़ने, भारतीय और विदेशी कंपनियों के बीच सहयोग में वृद्धि, उत्पाद के लिए मंजूरी लेने में कम समय और अन्य कारक भारतीय दवा बाजार में तेजी को बढ़ा रहे हैं।