नई दिल्ली। विदेशी कंपनियों द्वारा तैयार सॉफ्टेवयर के जरिए जानकारियों और आंकड़े के लीक होने की चिंताओं से निपटने के लिए सरकार अब इन एप को देश में ही तैयार करने पर जोर दे रही हैं जो ज्यादा बेहतर और सुरक्षित होंगे। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इंडियाटीवी के विशेष कार्यक्रम में जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही भारत में अपना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टेवेयर होगा और इसको तैयार करने के लिए 12 कंपनियों की पहचान की गई है। इंडिया टीवी के इस विशेष कार्यक्रम में मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर सरकार के मंत्री अपने कार्य और योजनाओं की विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
हाल ही में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप जूम ने माना था कि उसके प्लेटफार्म के जरिए भारतीयों का डाटा लीक हुआ है। इसी को लेकर एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दायर की गई है जिस पर कोर्ट ने केंद्र से जवाब मांगा है। लॉकडाउन की वजह से जूम का भारत में तेजी से विस्तार हुआ है इसी साल अप्रैल में ही इसे 13 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया। बढ़ते प्रसार के साथ डाटा लीक होने की आशंकाएं भी बढ़ गई हैं। आरोग्य सेतु एप की सफलता से उत्साहित भारत सरकार अब ऐसी ही अन्य एप्लीकेशन में आत्मनिर्भर होना चाहती है। जिससे सुरक्षा की चिंताएं खत्म करने के साथ साथ रोजगार और आय के नए अवसर खोले जा सकें।
इसके साथ ही सरकार मोबाइल फोन निर्माण में भी तेजी लाने पर विचार कर रही है। संचार मंत्री ने कहा कि सरकार देश को दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बनाने की दिशा में काम कर रही है। फिलहाल भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता देश है। मोबाइल फोन निर्माण में अग्रणी होने से देश को रोजगार और बड़े घरेलू बाजार का पूरा फायदा मिल सकेगा