नई दिल्ली। भारतीय कॉरपोरेट जगत में सुधार के मजबूत संकेत दिखने लगे हैं, इसके साथ ही नई नौकरियों को लेकर संकेत भी सकारात्मक होने लगे हैं। एक सर्वे में मंगलवार को कहा गया है कि कंपनियां अगले साल की शुरुआत से ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखने जा रही हैं।
क्या है सर्वे की खास बात
मैनपावर ग्रुप के सर्वे के मुताबिक 2021 की पहली तिमाही यानि जनवरी-मार्च के दौरान कंपनियों ने दिसंबर में समाप्त होने वाली तिमाही की तुलना में अधिक नियुक्तियों की योजना बनाई है। मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में देशभर के 1,518 नियोक्ताओं ने अपनी योजनाओं की जानकारी दी है। सर्वे में कहा गया है कि 2021 की पहली तिमाही में रोजगार का परिदृश्य बेहतर दिख रहा है। तिमाही के लिए शुद्ध रोजगार परिदृश्य (Net Employment Outlook) पांच प्रतिशत रहा है। दिसंबर तिमाही की तुलना में 2021 की पहली तिमाही में इसमें दो प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है। शुद्ध रोजगार परिदृश्य का मतलब है कि आने वाले समय में मौजूदा समय के मुकाबले नई नौकरियों की कितनी उम्मीद है। आंकड़ों के मुताबिक पिछली तिमाही के मुकाबले आने वाली तिमाही में कुल नई नौकरियों में बढ़त देखने को मिलेगी वहीं ये बढ़त दिसंबर तिमाही के मुकाबले ज्यादा रहेगी।
कहां मिलेगी नई नौकरियां
सर्वे में कहा गया है कि पहली तिमाही में वित्त, बीमा, रीयल एस्टेट, खनन एवं निर्माण क्षेत्रों की वजह से रोजगार बाजार बढ़ेगा, इन सेक्टर की कंपनियां नई नौकरियां देने जा रही हैं। हालांकि अन्य सभी क्षेत्रों में दबाव बना रहेगा और रोजगार की वृद्धि नकारात्मक रहेगी। मैनपावर ग्रुप इंडिया के समूह प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, ‘‘कॉरपोरेट भारत में मजबूत सुधार का संकेत मिल रहा है और बाजार में कुल धारणा सकारात्मक है।’’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार के उपायों तथा नीतियों पर ध्यान देने से निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन मिल रहा है। साथ ही प्रतिस्पर्धा तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान भी क्षेत्र को प्रोत्साहन दे रहे हैं।’’ इससे पहले आए सीआईआई-टैलेंटोनिक एचआर सॉल्यूशंस की एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि कोरोना संकट की वजह से हुई छंटनी शुरुआती आशंकाओं से कम रही हैं। वहीं अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ ही जॉब मार्केट में भी सुधार देखने को मिलेगा।