नई दिल्ली। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी दर 7 फीसदी और अगले साल 7.5 फीसदी रहेगी। वहीं, जीडीपी में बढ़ोत्तरी और क्रूड ऑयल की कीमतों में आई गिरावट के कारण अगले 18 महीनों में फ्यूल की खपत बढ़ेगी।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा हमें उम्मीद है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से बढ़ेगी और मार्च 2016 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष के दौरान यह 7 फीसदी और इसके अगले साल यह 7.5 फीसदी रहेगी।
एजेंसी ने कहा कि क्रूड ऑयल की कीमत में नरमी के कारण आर्थिक वृद्धि में बढ़ोतरी से भारत में अगले 18 महीनों में भारत में रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों की खपत ज्यादा होगी। रिफाइंड उत्पादों की मांग अप्रैल-अगस्त में सालाना स्तर पर 6.7 फीसदी बढ़ी, जो मार्च 2015 में खत्म वित्त वर्ष में दर्ज वृद्धि के मुकाबले दो फीसदी अधिक है।
मूडीज ने कहा कि कच्चे तेल में नरमी से रिफाइनिंग कंपनियों की भंडारण लागत घटेगी और कार्यपूंजी की जरूरत कम होगी। इसके कारण आय बढ़ेगी और नकदी प्रवाह जिससे रिफाइनिंग कंपनियों को रिण कम करने में मदद मिलेगी। इंडियन आयल कार्प (आईओसी) और भारत पेट्रोलियम कार्प लिमिटेड (बीपीसीएल) ने पिछले 12 महीनों में अपने कर्ज का स्तर घटाया है।
इससे पहले मूडीज ने कहा था कि 2015 और 2016 के दौरान भारत G20 देशों में सबसे अधिक आर्थिक ग्रोथ करने वाला देश बन सकता है। रेटिंग एजेंसी ने कहा भारत वैश्विक जोखिम के दायरे में कम है और इसकी वजह ज्यादा लचीली आर्थिक वृद्धि और सकारात्मक नीतिगत सुधार की गति का असर है।
ये भी पढ़ें
चीन में मंदी गहराने के आसार, जीडीपी लक्ष्य को घटाकर 6.5 फीसदी करेगी सरकार!
G20 देशों में भारत करेगा सबसे तेज ग्रोथ, ग्लोबल स्लोडाउन का भी होगा कम असर: मूडीज