कोलकाता। निवर्तमान मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के वी सुब्रमण्यम ने रविवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2021-22 में दोहरे अंक में और अगले वित्त वर्ष में 6.5-7 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। सीईए ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि आगे चलकर जिंस मुद्रास्फीति वी-आकार के पुनरुद्धार को कम करेगी। सुब्रमण्यम ने एक साक्षात्कार में बताया, ‘‘मुझे उम्मीद है कि भारत की अर्थव्यवस्था इस साल (वित्त वर्ष 2021-22) दोहरे अंक में और अगले वित्त वर्ष में 6.5-7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। इसके आगे वृद्धि दर सात प्रतिशत रहेगी।’’
वह भारतीय प्रबंधन संस्थान-कलकत्ता से विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार प्राप्त करने के लिए शहर में थे। आईएमएफ और अन्य संस्थानों के अनुमानों के मुताबिक भारत की वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत से 9.4 प्रतिशत के बीच रह सकती है।
सुब्रमण्यम ने कहा कि लोग अक्सर किए गए महत्वपूर्ण सुधारों के प्रभाव को ध्यान में नहीं रखते हैं, यहां तक कि 1991 में किए गए सुधारों का निहितार्थ भी 99 प्रतिशत लोग नहीं समझ पाए थे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने वास्तव में मौलिक सुधार किए हैं, जिनका प्रभाव आगे जाकर महसूस किया जा सकेगा।’’