नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि सामान्य से अच्छे मानसून की भविष्यवाणी से एग्रीकल्चर सेक्टर के पटरी पर लौटने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, मौजूदा वित्त वर्ष में इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 8 फीसदी से अधिक रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए नीतिगत व मौद्रिक कदमों के मद्देनजर मौजूदा वित्त वर्ष में आर्थिक ग्रोथ और बेहतर हो सकती है।
पनगढ़िया ने केंद्रीय सतर्कता आयोग में एक व्याख्यान के बाद कहा, मौजूदा वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 8 फीसदी से अधिक रहेगी। इस वित्त वर्ष में मानसून सामान्य से अच्छा रहने की भविष्यवाणी है। उन्होंने कहा कि इस साल मानसून सामान्य से बेहतर पहने की उम्मीद है। इससे एग्रीकल्चर सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण इलाकों से मांग निकलेगी।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि भारत को 2032 तक 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने और गरीबी पूरी तरह से समाप्त करने के लिए 10 फीसदी की दर से आर्थिक ग्रोथ की जरूरत है। देश की वृद्धि दर 2015-16 में 7.6 फीसदी जबकि अर्थव्यवस्था 1700 अरब डॉलर की थी। अमिताभ कांत ने अपनी यह भी कहा कि 10 फीसदी की वृद्धि दर से 2032 तक 17.5 करोड़ रोजगार सृजित करने में मदद मिलेगी।