नई दिल्ली। मुश्किल वक्त में ईरान के साथ मजबूती से खड़े रहने के बदले भारत को ईरान से उसके फरजाद-बी गैस क्षेत्र के मिलने की उम्मीद है जिसके लिए भारत की ONGC प्रयासरत है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह बात गुरुवार को कही। सार्वजनिक क्षेत्र की ONGC की विदेशी इकाई ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (OVL) के 5.5 अरब डॉलर की विकास योजना को जमा करने के बावजूद ईरान ने फरजाद-बी गैस क्षेत्र के विकास के लिए रूस की गाजप्रॉम के साथ शुरुआती समझौता किया है जिससे भारत चिंतित है।
यह भी पढ़ें : Reliance पेट्रोलियम के क्षेत्र में कर सकती है Jio जैसा धमाका, अंबानी ने की पेट्रोलियम मंत्री प्रधान से मुलाकात
प्रधान ने कहा कि,
हम संबंधों को अहमियत देते हैं। ईरान पर जब पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगाए थे, तब मुश्किल दौर में हम उसके साथ खड़े रहे और बड़ी मात्रा में उससे कच्चा तेल खरीदा। हमने उसकी सारी रकम वापस कर दी जैसे ही बैंकिंग रास्ते खुले।
यह भी पढ़ें : Google ने Apple के इंजीनियर मनु गुलाटी को दी बड़ी जिम्मेदारी, बनाएंगे आइफोन को टक्कर देना वला नया पिक्सल
उन्होंने कहा कि अब इसका कर्ज चुकाने की बारी ईरान की है। प्रधान ने कहा कि हमें ईरान से बहुत उम्मीद है। मुझे उम्मीद है कि ईरान इस पर अमल करेगा। ईरान के साथ हमारे संबंध किसी एक वस्तु या एकल लेनदेन पर आधारित नहीं हैं।