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दुनिया के 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षित करेंगे भारत और अमेरिका

भारत और अमेरिका ने एक वैश्विक कार्यक्रम के दूसरे चरण की पेशकश की है जिसके तहत अफ्रीका और एशिया भर के 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षित करेंगे।

Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: July 26, 2016 11:59 IST
दुनिया के 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षित करेंगे भारत और अमेरिका, उत्‍पादकता बढ़ाने पर जोर- India TV Paisa
दुनिया के 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षित करेंगे भारत और अमेरिका, उत्‍पादकता बढ़ाने पर जोर

नई दिल्ली। भारत और अमेरिका ने एक वैश्विक कार्यक्रम के दूसरे चरण की पेशकश की है जिसके तहत अफ्रीका और एशिया भर के 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को अगले चार वर्षो में नई कृषि तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। फीड द फ्यूचर इंडिया ट्रैंगुलर ट्रेनिंग कार्यक्रम को सरकार के राष्ट्रीय कृषि विस्तार संस्थान (एमएएनएजीई) और अंतरराष्ट्रीय विकास अमेरिकी एजेंसी (यूएसएआईडी) के द्वारा लागू किया जायेगा।

पहले चरण में वर्ष 2013-15 के दौरान तीन अफ्रीकी देशों कीनिया, लाइबेरिया और मालावी के 219 पेशेवरों को प्रशिक्षित किया गया। वे अब कृषि उत्पादकता और आय को बढ़ाने के लिए खेती के नए तरीकों को लागू कर रहे हैं। कृषि सचिव एस के पटनायक ने पेशकश के बाद कहा, पहले चरण का प्रभाव काफी संतोषजनक है और कार्यक्रम का विस्तार और अधिक देशों तक फैलाने के लिए किया गया है। इसलिए दूसरे चरण में अफ्रीका और एशिया के 17 देशों को अपने दायरे में लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि 15 दिनों की अवधि वाले करीब 32 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन भारत में किया जायेगा और 10 दिनों तक चलने वाले करीब 12 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन अफ्रीकी और एशियाई देशों में वर्ष 2016 से वर्ष 2020 के दौरान किया जाऐगा।

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पटनायक ने कहा कि भागीदारी करने वालों का यात्रा, बीमा, रहने, स्थानीय यात्रा और कार्यक्रम शुल्क सहित पूरा खर्च यूएसएआईडी और एमएएनएजीई द्वारा वहन किया जाएगा। भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा, दो महान देशों की विशेषग्यता और अन्वेषण का उपयोग करते हुए हम वैश्विक विकास की चुनौतियों के समाधान के लिए नए अवसरों का सृजन कर रहे हैं तथा इस तरह हम दुनिया को गरीबी और भुखमरी से मुक्त करने के अपने साझा दायित्वों के निर्वहन में एक दूसरे के और करीब आये हैं।

अफ्रीका में कीनिया, लाइबेरिया, यूगांडा, रवांडा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, मोजाम्बिक, तंजानिया, सूडान, बोत्सवाना, इथियोपिया और एशिया में अफगानिस्तान, कोलम्बिया, लाओं पीडीआर, म्यांमा, मंगोलिया और वियतनाम जैसे 17 देशों के कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि विस्तार प्रबंधन में सार्वजनिक निजी भागीदारी पर कार्यक्रम का पहला चरण हैदराबाद स्थित एमएएनएजीई द्वारा 17 से 31 अक्तूबर के दौरान किया जायेगा। फलों और सब्जियों के विपणन में उभरती प्रवृत्तियों पर कार्यक्रम का दूसरा चरण जयपुर स्थित राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान द्वारा 16 से 30 नवंबर के दौरान किया जायेगा।

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