नई दिल्ली: भारत 2003 से जापान सरकार से आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) के तहत सबसे अधिक वित्तीय मदद पाने वाला देश बना हुआ है। एक उद्योग निकाय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा है कि भारत ने इस मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। भारत को जापान के ओडीए के महत्व पर एक वेबिनार के बाद अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंधों पर भारतीय अनुसंधान परिषद (इक्रियर) ने एक बयान में कहा कि 2003 से भारत, जापान से येन ऋण हासिल करने वाला शीर्ष देश है। इस मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ा है, जो काफी साल पहले स्थान पर था।
इक्रियर ने कहा कि 2010 से 2020 के दौरान जापान ने भारत में विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए 3,100 अरब येन का ऋण दिया है। इनमें पूर्वोत्तर क्षेत्र की संपर्क परियोजनाएं भी शामिल हैं। इक्रियर में जापान कार्यक्रम 2007 में स्थापित हुआ था। इस कार्यक्रम के तहत अवसरों का लाभ उठाने तथा भारत-जापान आर्थिक और रणनीतिक संबंधों की चुनौतियों को दूर करने के लिए गहन शोध अध्ययन और नियमित वार्ताएं की गई हैं। जापान ओडीए के जरिये भारत में कई परियोजनाओं को समर्थन दे रहा है। इक्रियर के चेयरमैन प्रमोद भसीन ने कहा कि आगे चलकर इक्रियर में जापान केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके जरिये सामूहिक शोध तथा भारत और जापान के विशेषज्ञों के बीच वार्ता को बढ़ावा दिया जाएगा।