नयी दिल्ली: भारत हरित हाइड्रोजन पहल पर दो दिन का शिखर सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। मंगलवार को शुरू हो रहे इस सम्मेलन में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देश शामिल होंगे। सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन के जरिये भागीदारों को हरित हाइड्रोजन पहल के लिए मंच उपलब्ध कराया जाएगा। एनटीपीसी ने बयान में कहा कि सम्मेलन के जरिये इन देशों को यह भी जानने का अवसर मिलेगा कि कैसे वे
इस पहल को अपने देश में अगले स्तर पर ले जा सकते हैं। यह ऑनलाइन आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये होगा और 23 जून को संपन्न होगा। बयान में कहा गया है कि दुनिया तेजी से समूची ऊर्जा प्रणाली को कॉर्बन मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इसमें हाइड्रोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। जब हाइड्रोजन का उत्पादन अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल कर इलेक्ट्रोलिसिस के जरिये किया जाता है, तो इसे हरित हाइड्रोजन कहा जाता है। इसमें कॉबर्न नहीं होता।
बयान में कहा गया है कि ग्रीन हाइड्रोजन में बड़ी संख्या में एप्लिकेशन होता हैं। हरित रसायन मसलन अमोनिया और मेथानॉल का मौजूदा एप्लिकेशंस मसलन उर्वरक, मोबिलिटी, बिजली,रसायन और जहाजरानी में सीधे इस्तेमाल किया जा सकता है।