टोक्यो। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बनाने के लिए कई सुधारों को आगे बढ़ाया है। इस लिहाज से अगले एक-दो साल में भारत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में तेजी से आगे बढ़ेगा। वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में 189 देशों में कारोबार सुगमता के लिहाज से भारत का 130वां स्थान रहा है। इस सूची में सिंगापुर सबसे ऊपर है जहां कारोबार करना सबसे आसान है। हालांकि, भारत चार पायदान ऊपर चढ़ा है लेकिन यह चीन के मुकाबले काफी पीछे है जो 84वें स्थान पर है।
इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनैशनल इकोनॉमिक स्टडीज द्वारा आयोजित सम्मेलन में जेटली ने कहा, भारत ने कारोबार सुगमता बढ़ाने के लिए कई पहलें की हैं और मुझे कोई संदेह नहीं है कि अगले एक-दो साल में हम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में तेजी से आगे बढ़ेंगे। जेटली निवेशकों को आकर्षित करने के लिए छह दिन की जापान यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि भारत की कराधान प्रणाली में कुछ और सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा, जहां तक प्रत्यक्ष कर प्रणाली का सवाल है इसमें प्रमुख सुधार की प्रक्रिया चल रही है। काम आगे बढ़ रहा है क्योंकि सभी तरह की रियायतों को धीरे धीरे समाप्त किया जाना है और कॉर्पोरट कर को घटाकर 25 फीसदी पर लाया जाएगा जो कि फिलहाल 30 फीसदी पर है।
वित्त मंत्री ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि भारत में निवेश करने वाले निवेशकों को पिछली तिथि से कर की स्थिति से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। कर मामलों में किसी भी तरह की अनिश्चितता या अचानक बदलाव अब नहीं होगा, इसे दूर किया जा रहा है। उन्होंने भारत में निवेश करने वाले जापानी निवेशकों को सलाह दी कि वे धैर्य रखें। जेटली ने कहा, धैर्य रखने से फायदा होगा। जैसा कि आप कहते हैं कि जापानी कंपनियों बहुत धैर्यवान हैं।