नई दिल्ली। भारत इस साल एलपीजी का रिकॉर्ड आयात कर सकता है। एनर्जी सेक्टर की कंसल्टेंट एफजीई ने ये अनुमान दिया है। रॉयटर्स में छपी एक खबर में एफजीई के आंकड़ों के हवाले से कहा गया है कि साल 2020 में भारत रिकॉर्ड 1.58 करोड़ टन एलपीजी का आयात कर सकता है, जो कि पिछले साल के मुकाबले 9 फीसदी ज्यादा है। भारत एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एलपीजी का आयातक देश है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत सहित पूरे एशिया में कोरोना वायरस की वजह से एलपीजी की मांग बढ़ गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन की वजह से लोगों को घरों में ही रहना पड़ा जिससे एलपीजी की खपत बढ़ी है। पिछले कुछ महीनों के दौरान ईंधन की कैटेगरी में सिर्फ एलपीजी की खपत में ही बढ़त का रुख रहा है। आंकडों के मुताबिक देश का पहले 6 महीने में एलपीजी आयात पिछले साल के मुकाबले 16 फीसदी बढ़ गया है। इसके पीछे मुख्य वजह सरकार के द्वारा बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त में एलपीजी देना है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने पहले ही सीमा से ज्यादा एलपीजी आयात कर ली है, लेकिन जानकार मान रहे हैं कि ये स्टॉक सितंबर तक खत्म हो जाएगा जिसके बाद त्योहारों का मौसम शुरू होगा जिसके लिए एक बाऱ फिर मांग में उछाल देखने को मिलेगा।
इसी के साथ पूरे एशिया में भी एलपीजी की मांग के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है। एफजीई और आईएसएस मर्किट के मुताबिक साल 2020 के दौरान एशिया करीब 7 करोड़ टन एलपीजी का आयात कर सकता है ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 3 फीसदी ज्यादा है। एशिया को होने वाले कुल आयात का आधा हिस्सा मिडिल ईस्ट से आने का अनुमान है। वहीं अमेरिका से 35 फीसदी और बाकी हिस्सा कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से सप्लाई होने का अनुमान है।