नई दिल्ली। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के सहयोग से भारत दक्षिण एशिया में पांच अरब डॉलर की विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का विकास कर रहा है, जिससे क्षेत्र में संपर्क सुधारा जा सके। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास ने कहा कि भारत फिलहाल दो प्राथमिकता वाले सड़क गलियारे का विकास कर रहा है। पहली परियोजना भारत को बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से उत्तर बंगाल के चिकन नेक क्षेत्र के जरिए जोड़ेगी।
वह यहां दक्षिण एशिया उप क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग (एसएएसईसी) 2025 कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। दूसरा सड़क गलियारा मणिपुर में भारत-म्यांमार संपर्क स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि अगरतला में एकीकृत नाका तथा भारत-बांग्लादेश सीमा पर पेट्रापोल को परिचालन में लाया जाएगा।
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इसके अलावा भारत-म्यांमार सीमा पर एक और चेक पोस्ट स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम बांग्लादेश, नेपाल तथा भूटान के साथ महत्वपूर्ण सीमा बिंदुओं पर नाका स्थापित करने और भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों (एलसीएस) में सुधार करने की योजना बना रहे हैं। इससे उप क्षेत्र में लोगों और वस्तुओं की आवाजाही सुगम हो सकेगी। उन्होंने कहा कि भारत एसएएसईसी में करीब पांच अरब डॉलर की क्षेत्रीय संपर्क परियोजनाओं का विकास करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा भारत अपने उपमहाद्वीप में अपने पड़ोसी देशों को अपनी बिजली की स्थिति सुधारने में भी मदद कर रहा है।