नयी दिल्ली। भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने शुक्रवार को द्वपिक्षीय व्यापार बढ़ाने के इरादे से आपसी हितों से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग व्यवस्था को आगे बढ़ाने और उसे मजबूत बनाने पर जोर दिया। यूरोपीय संघ के साथ द्विपक्षीय बैठक में भारत ने देश की संरचनात्मक सुधारों को लेकर प्राथमिकताओं को साझा किया और कोविड-19 संकट से प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये उठाये गये कदमों की जानकारी दी।
डिजिटल तरीके से आयोजित 11वें भारत-ईयू वृहत आर्थिक वार्ता के दौरान यूरोपीय संघ (ईयू) ने कोविड-19 महामारी के प्रतिकूल प्रभाव के कारण उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों और अर्थव्यवस्था के परिदृष्य के बारे में जानकारी दी। साथ ही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की योजना की जानकारी दी गयी। आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘बातचीत में दोनों पक्षों ने उम्मीद जतायी कि वे रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के लिये आपसी हितों से जुड़े विभिन्न द्विपक्षीय सहयोग व्यवस्था करेंगे।’’
दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार और निवेश समझौता (बीटीआईए) पर कई साल से बातचीत कर रहे हैं। लेकिन अबतक किसी सहमति पर नहीं पहुंचे हैं। भारतीय पक्ष की अगुवाई आर्थिक मामलों के सचिव तरूण बजाज ने की। उन्होंने राजकोषीय नीति और मध्यम अवधि की राजकोषीय रणनीति तथा संरचनात्मक सुधारों को लेकर प्राथमिकताओं के बारे में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों को जानकारी दी। यूरोपीय संघ की अगुवाई यूरोपीय आयोग के महानिदेशक (आर्थिक और वित्तीय मामले) मार्तेन वेरवे ने की।