नई दिल्ली। भारत में दुनिया की सबसे महंगी कॉफी का उत्पादन शुरू किया गया है। इसका नाम सिवेट काफी है। सिवेट को दुनिया की सबसे महंगी कॉफी की किस्म माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 20 से 25 हजार रुपए किलो है। आपको बता दें कि भारत एशिया में कॉफी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश है।
यदि आप भी इस कॉफी की चुस्की लेना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इसका नाम सिवेट नाम की बिल्ली के नाम पर पड़ा है। सिवेट नाम की बिल्ली के मल से निकले बिना पचे कॉफी बीन से इसे तैयार किया जाता है। जब बागान में कॉफी पक रही होती है, उस दौरान सिवेट बिल्ली कॉफी की चेरी को खाती है। जिसका गूदा तो वह पचा लेती है, लेकिन गूदे के अंदर के बीज को वह पचा नहीं पाती और यही बीन मल परित्याग के समय साबुत निकल जाता है। यह काम कर्नाटक के कुर्ग जिले में बहुत छोटे पैमाने पर शुरु हुआ है।
सिवेट कॉफी को लुवर्क कॉफी भी बोला जाता है। यह इसलिए महंगा है क्योंकि इस कॉफी को तैयार करने की प्रक्रिया बेहद जटिल है। सिवेट बिल्ली कॉफी बीन्स पकने के चरण में इसे खाती है और नहीं पचे हुए बीन्स जब उसके मल से निकलने पर उसका संग्रह कर उसका प्रसंस्करण किया जाता है और फिर उसकी बिक्री की जाती है। यह काफी महंगा है क्योंकि इसके बेहद पोषक होने का दावा किया जाता है तथा इसके लिए बीन्स को प्राप्त करने के लिए काफी खर्च करना होता है।
सिवेट कॉफी को खाड़ी देशों और यूरोप में संभ्रांत उपभोक्ता चाव से पीते हैं और विदेशों में यह 20,000 से 25,000 रुपये किलो बिकता है। यहां भारत में देश के सबसे बड़े कॉफी उत्पादक राज्य कर्नाटक में कूर्ग कान्सोलिडेटेड कमोडिटीज (सीसीसी) ने लघु पैमाने पर इसकी शुरुआत की है और स्थानीय स्तर पर एक कैफे को खोलने का भी फैसला किया है।