नई दिल्ली। मजबूत उपभोग के दम पर देश की आर्थिक वृद्धि दर में तेजी आने का अनुमान है और चालू वित्त वर्ष में घरेलू अर्थव्यवस्था 7.20 प्रतिशत की तेजी से वृद्धि कर सकती है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया है।
एशियाई विकास परिदृश्य 2019 के अनुसार, कृषि उत्पादन में कमी, कच्चे तेल की अधिक कीमतों के कारण उपभोग में नरमी तथा कम सरकारी खर्च के कारण भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2017 के 7.20 प्रतिशत से नरम होकर 2018 में सात प्रतिशत पर आ गई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि नीतिगत दर में कटौती तथा किसानों को सरकार से आय समर्थन मिलने के कारण घरेलू मांग में तेजी आएगी, जिससे देश की आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 2019 में 7.20 प्रतिशत और 2020 में 7.30 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। एडीबी ने दक्षिणपूर्वी एशिया के बारे में कहा कि क्षेत्र इस साल और अगले साल करीब पांच प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू मांग बढ़ने से निर्यात की कमजोर वृद्धि का असर कम होगा। आय बढ़ने से उपभोग में तेजी, नरम मुद्रास्फीति से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी। दूसरी ओर, वैश्विक परिदृश्य कमजोर रहने के चलते निर्यात मांग 2019 में कमजोर रहने की संभावना जताई गई है।