नई दिल्ली। भारत में 2015 में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 18.8 फीसदी की उच्च वृद्धि हुई और इस मामले में पड़ोसी देश चीन तथा अमेरिका से आगे रहा। अंतरराष्ट्रीय एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने कहा कि विमानन कंपनियों ने 3.6 अरब यात्रियों को सेवाएं दी और 6,000 अरब डॉलर मूल्य के 5.22 करोड़ टन माल ढुलाई की गई।
आईएटीए के अनुसार दुनिया के सबसे बड़े घरेलू विमानन बाजारों में से एक भारत में घरेलू यात्रियों की संख्या में तीव्र वृद्धि हुई है। एसोसिएशन ने एक विग्यप्ति में कहा, सालाना 18.8 प्रतिशत वृद्धि (आठ करोड़ घरेलू यात्रियों के बाजार में) के साथ भारत का प्रदर्शन रूस (11.9 फीसदी) से बेहतर रहा है। रूस में 4.7 करोड़ घरेलू यात्रियों का बाजार है। वहीं चीन में 39.4 करोड़ घरेलू यात्रियों के बाजार में 9.7 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि अमेरिका में 70.8 करोड़ स्थानीय यात्रियों के बाजार में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले वर्ष विमानन कंपनियों ने 3.6 अरब यात्रियों को सेवाएं दी जो 2014 के मुकाबले 7.2 फीसदी अधिक है।
हवाई यात्रा के लिये अब नहीं ले जाने होंगे कई सारे दस्तावेज
दुनिया भर के हवाई यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब यात्रियों को एयर ट्रैवल के दौरान ढेर सारे डॉक्यूमेंट कैरी करने की जरूरत नहीं होगी। जल्दी ही विभिन्न देशों के हवाईअड्डों तथा सीमाओं से यात्री केवल सुरक्षित सिंगल टोकन के जरिये यात्रा कर सकते हैं। एयरलाइन आईटी एंड कम्युनिकेशन प्रोवाइडर कंपनी एसआईटीए नई प्रौद्योगिकी ब्लाकचैन प्रौद्योगिकी की संभावना पर गौर कर रही है। इसकी मदद से यह संस्था यात्रियों को मोबाइल पर सुरक्षित सिंगल टोकन उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है, जो एक वर्चुअल पासपोर्ट की तरह काम करेगा।
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