नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चीनी मिलों के परिचालन अभी तक शुरू नहीं करने से चालू विपणन सत्र में देश का चीनी उत्पादन 15 नवंबर तक 64 प्रतिशत गिरकर 4.85 लाख टन पर आ गया है। चीन का विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर है।
निजी चीनी मिलों के शीर्ष संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने कहा कि 15 नवंबर 2019 तक सिर्फ 100 चीनी मिलों ने गन्ने की पेराई शुरू की है, जबकि 15 नवंबर 2018 तक 310 मिलों ने पेराई शुरू कर दी थी।
इस्मा ने कहा कि चीनी के चालू वितरण वर्ष के दौरान 15 नवंबर तक 4.85 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। इसकी तुलना में विपणन वर्ष 2018-19 में 15 नवंबर तक 13.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
इस सत्र में महाराष्ट्र में चीनी मिलों ने अब तक गन्ने की पेराई शुरू नहीं की है। इसकी वजह से चीनी उत्पादन में गिरावट आई है। पिछले विपणन वर्ष में 15 नवंबर तक महाराष्ट्र ने 6.31 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। हालांकि, उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन में सुधार आया है। 15 जनवरी 2019 तक 2.93 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया है। एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1.76 लाख टन था।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान कर्नाटक में चीनी उत्पादन 3.60 लाख टन से कम होकर 1.43 लाख टन पर आ गया है। अब तक कम मिलों द्वारा परिचालन शुरू करना इसकी वजह है।