नयी दिल्ली: देश में सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में कई गुना बढ़कर 6.91 अरब डॉलर रहा। कोविड-19 महामारी और देश व्यापी कठोर सार्वजिनिक प्रतिबंधों के चलते पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में आयात बहुत नीचे चला गया था। स्वर्ण आयात का असर चालू खाते के घाटे पर पड़ता है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि में इस मूल्यवान धातु का आयात 7.91 करोड़ डॉलर का था। चांदी का आयात भी चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान 93.7 प्रतिशत घटकर 2.76 करोड़ डॉलर रहा। सोने के आयात में वृद्धि से व्यापार घाटा (आयात एवं निर्यात का अंतर) 2020-21 के अप्रैल-मई में 21.38 अरब डॉलर तक पहुंच गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह 9.9 अरब डॉलर था।
भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है। मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिये सोने का आयात किया जाता है। मात्रा के हिसाब से सोने का आयात सालाना 800 से 900 टन तक रहता है। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में रत्न एवं आभूषण निर्यात कई गुना बढ़कर 6.34 अरब डॉलर रहा जो इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.1 अरब डॉलर था।