नई दिल्ली। देश का विदेशी पूंजी भंडार (फॉरेक्स) 23 मार्च को समाप्त सप्ताह में 1.19 अरब डॉलर बढ़कर 422.53 अरब डॉलर हो गया, जो 27,514.5 अरब रुपए के बराबर है। इससे पहले 16 मार्च को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार 421.33 अरब डॉलर का था।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए), स्वर्ण भंडार, विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में आरबीआई का योगदान शामिल होता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए) आलोच्य सप्ताह में 1.13 अरब डॉलर बढ़कर 397.29 अरब डॉलर हो गया, जो 25,871.3 अरब रुपए के बराबर है।
अमेरिकी डॉलर के अलावा विदेशी मुद्रा संपत्तियों में 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा अन्य प्रमुख मुद्राओं का है, जिसमें पौंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्राएं शामिल हैं। इन मुद्राओं के मूल्य में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर भी मुद्रा भंडार पर पड़ता है।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार भी 5.27 करोड़ डॉलर बढ़कर 21.61 अरब डॉलर हो गया, जो 1407.2 अरब रुपए के बराबर है। इसी प्रकार भारत का विशेष निकासी अधिकार भी बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत का विशेष निकासी अधिकार आलोच्य सप्ताह में 30 लाख डॉलर बढ़कर 1.54 अरब डॉलर हो गया है, जो 100.4 अरब रुपए के बराबर है। वहीं दूसरी और आईएमएफ में आरबीआई द्वारा जमा किए गए भंडार का मूल्य भी 40 लाख डॉलर की वृद्धि के साथ 2.08 अरब डॉलर हो गया है, जो 135.6 अरब रुपए के बराबर है।