मुंबई। देश का विदेशी मुद्राभंडार 9 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 12.12 करोड़ अमरीकी डॉलर घटकर 393.01 अरब डॉलर रह गया, जो 28,606.3 अरब रुपए के बराबर है। इसका मुख्य कारण मुद्रा परिसंपत्तियों में गिरावट है। विगत सप्ताहों में निरंतर गिरावट देखने के बाद इससे पूर्व के सप्ताह में कुल मुद्राभंडार 1.054 अरब डॉलर बढ़कर 393.132 अरब डॉलर हो गया था।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 13 अप्रैल, 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.028 अरब अमरीकी डॉलर के रिकॉर्ड उच्च को छू गया था। तब से, यह निरंतर गिरावट के रास्ते पर है।
शुक्रवार को जारी भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार नौ नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में, कुल मुद्राभंडार का अहम भाग यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां, 10.32 करोड़ डॉलर घटकर 368.035 अरब डॉलर रह गईं, जो 26,763.4 अरब रुपए के बराबर है। केंद्रीय बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
इससे पिछले सप्ताह में तेज वृद्धि दर्ज करने के बाद इस बार स्वर्ण भंडार 20.888 अरब डॉलर पर स्थिर बना रहा, जो 1,545.6 अरब रुपए के बराबर है।
इस दौरान, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश का विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 64 लाख डॉलर घटकर 1.45 अरब डॉलर रह गया, जो 106.1 अरब रुपए के बराबर है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश के मौजूदा भंडार का मूल्य 1.16 करोड़ डॉलर घटकर 2.62 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 191.2 अरब रुपए के बराबर है।