नई दिल्ली। इंजीनियरिंग, चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, औषधि तथा रसायन जैसे क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन से देश का निर्यात जनवरी में मामूली 3.74 प्रतिशत बढ़कर 26.36 अरब डॉलर रहा। जनवरी 2018 में निर्यात 25.41 अरब डॉलर था। नवंबर और दिसंबर 2018 में निर्यात लगभग स्थिर था।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने आयात 41 अरब डॉलर रहा। इससे व्यापार घाटा कम होकर 14.73 अरब डॉलर पर आ गया। इससे पिछले वर्ष के इसी महीने में व्यापार घाटा 15.67 अरब डॉलर था। हालांकि दिसंबर, 2018 के 13 अरब डॉलर के मुकाबले इस साल जनवरी में व्यापार घाटा बढ़ गया।
जनवरी में इंजीनियरिंग निर्यात में एक प्रतिशत, चमड़ा निर्यात में 0.33 प्रतिशत और रत्न एवं आभूषण निर्यात में 6.67 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। वहीं पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यात में 19 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। स्वर्ण आयात इस साल जनवरी में 38.16 प्रतिशत बढ़कर 2.31 अरब डॉलर रहा जो 2018 के इसी महीने में 1.67 अरब डॉलर था।
भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (एफआईईओ) के अध्यक्ष गणेश कुमार गुप्ता ने कहा है कि चुनौतिपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों और घरेलू मोर्चों पर कुछ चुनौतियों के कारण निर्यात में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार वृद्धि में नरमी आ रही है और चीन एवं दक्षिण एशियाई देशों सहित वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में कई तरह की चुनौतियां हैं।
मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी के दौरान निर्यात 9.52 प्रतिशत बढ़कर 271.8 अरब डॉलर रहा। इस दौरान आयात भी 11.27 प्रतिशत बढ़कर 427.73 अरब डॉलर रहा। चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीने में व्यापार घाटा बढ़कर 155.93 अरब डॉलर रहा, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2017-18 की इसी अवधि में 136.25 अरब डॉलर रहा था। जनवरी में तेल आयात 3.59 प्रतिशत बढ़कर 11.24 अरब डॉलर रहा।