नयी दिल्ली: टीकाकरण में तेजी, त्योहारी सीजन और उपभोक्ता और उद्योग की धारणा में सुधार से भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार ने हाल के महीनों में रफ्तार पकड़ी है। उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई ने रविवार को यह कहा। पीएचडीसीसीआई अर्थव्यवस्था जीपीएस सूचकांक अक्टूबर में बढ़कर 131 पर पहुंच गया। इससे पिछले महीने यह 113.1 पर था। चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह अप्रैल-अक्टूबर के दौरान यह 114.8 रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 78.7 रहा था।
पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने कहा कि फिलहाल जिंसों की ऊंची कीमतों और कच्चे माल की कमी के मुद्दों से निपटने की जरूरत है, जिससे उपभोग और निजी निवेश को समर्थन दिया जा सके। मुल्तानी ने कहा कि कुल मांग को बढ़ाने के लिए परिवारों को उपभोग में वृद्धि पर ध्यान देने की जरूरत है। इससे पूंजीगत निवेश भी तेज होगा।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का अर्थव्यवस्था जीपीएस सूचकांक व्यापक आर्थिक और कारोबारी गतिविधियों को मापता है। इसका आधार वर्ष 2018-19=100 है। यह तीन संकेतकों माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह, यात्री वाहन बिक्री और सेंसेक्स (दैनिक औसत) के आधार पर अर्थव्यवस्था की दिशा का अनुमान लगाता है।