नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश का कच्चा इस्पात उत्पादन छह प्रतिशत बढ़कर 2.6 करोड़ टन रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की समान तिमाही में यह आंकड़ा 2.45 करोड़ टन था। संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून के बीच कच्चे इस्पात का उत्पादन 6.2% बढ़ा है। प्रारंभिक तौर पर यह 2.60 करोड़ टन रहा है। वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के अनुसार भारत फरवरी में जापान को पछाड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा इस्पात उत्पादक बन गया है।
जेपीसी इस्पात मंत्रालय के तहत काम करने वाला निकाय है। यह घरेलू लौह और इस्पात क्षेत्र के आंकड़ों का संग्रहण और प्रबंधन करता है।
सार्वजनिक क्षेत्र की सेल (SAIL), राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL), टाटा स्टील, एस्सार स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (JSPL) ने इस अवधि में कुल 1.56 करोड़ टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के उत्पादन से 12% अधिक है।
समीक्षाधीन अवधि में तप्त धातु का उत्पादन 1.78 करोड़ टन रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में हुए 1.61 करोड़ टन उत्पादन से 11% अधिक है। इस दौरान पिग आयरन का उत्पादन पांच प्रतिशत बढ़कर 25.8 लाख टन रहा है।