नई दिल्ली। भारत में आर्थिक रिकवरी का असर दिखने लगा है। जनवरी के महीने में कच्चे इस्पात का उत्पादन जनवरी 2021 में 7.6 प्रतिशत बढ़कर एक करोड़ टन पर पहुंच गया। विश्व इस्पात संघ (वर्ल्ड स्टील) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पिछले साल के समान महीने में भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन 93 लाख टन रहा था। वर्ल्ड स्टील की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी में 64 देशों का इस्पात उत्पादन 4.8 प्रतिशत बढ़कर 16.29 करोड़ टन पर पहुंच गया।
जनवरी में इस्पात उत्पादन के मामले में चीन पहले स्थान पर कायम रहा। चीन का कच्चे इस्पात का उत्पादन माह के दौरान सालाना आधार पर 6.8 प्रतिशत बढ़कर 9.02 करोड़ टन पर पहुंच गया। जनवरी, 2020 में चीन का उत्पादन 8.43 करोड़ टन रहा था। बीते माह जापान का इस्पात उत्पादन 3.9 प्रतिशत घटकर 79 लाख टन रहा गया। समीक्षाधीन महीने में अमेरिका का इस्पात उत्पादन भी घटकर 69 लाख टन रह गया, जो जनवरी, 2020 में 77 लाख टन रहा था। आंकड़ों के अनुसार, रूस का कच्चे इस्पात का उत्पादन बढ़कर 67 लाख टन पर पहुंच गया। जो इससे पिछले साल के समान महीने में 60 लाख टन रहा था। इसी तरह दक्षिण कोरिया का इस्पात उत्पादन भी 58 लाख टन से बढ़कर 60 लाख टन पर पहुंच गया। तुर्की का उत्पादन 30 लाख टन से बढ़कर 34 लाख टन पर पहुंच गया।
चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान जीडीपी सकारात्मक होकर 0.4 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इससे पहले की दो तिमाहियों के दौरान कोरोना वायरस महामारी के फैलने के कारण इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में तिमाही के जीडीपी आंकड़े सरकार ने शुक्रवार को जारी किए। सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि रही।