नई दिल्ली। देश में अगस्त माह के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन 2.3 प्रतिशत घट गया। हालांकि, रिलायंस-बीपी के केजी-डी6 फील्ड से होने वाले उत्पादन के कारण इस दौरान गैस उत्पादन में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। सरकार के द्वारा बुधवार को जारी आंकड़े से यह जानकारी मिली। आंकड़ों के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के तेल एवं गैस क्षेत्रों से उत्पादन कम होने से अगस्त महीने में कच्चे तेल का उत्पादन घटकर 25.1 लाख टन रहा। भारत अपनी तेल जरूरतों को पूरा करने के लिये 85 प्रतिशत तक आयात पर निर्भर है। इसको देखते हुए सरकार लंबे समय से घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दे रही है ताकि आयात पर निर्भरता कम हो सके।
प्राकृतिक गैस का उत्पादन इस अवधि में 20 प्रतिशत बढ़कर 2.9 अरब घन मीटर रहा। इसका कारण निजी कंपनियों के गैस क्षेत्रों से उत्पादन में 186 प्रतिशत की वृद्धि है। आंकड़े के साथ जारी बयान के अनुसार, ‘‘गैस उत्पादन में वृद्धि का कारण नये क्षेत्रों डी-34 और केजी-डीडब्ल्यूएन-98/3 के उप-क्षेत्रों (केजी-डी6) से उत्पादन है। यहां उत्पादन क्रमश: दिसंबर 2020 और अप्रैल 2021 में शुरू हुआ।’’ रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसकी भागीदार ब्रिटेन की बीपी पीएलसी केजी-डी6 फील्ड का परिचालन करती है। देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक ओएनजीसी का कच्चे तेल का उत्पादन 4 प्रतिशत घटकर 16 लाख टन और गैस 9 प्रतिशत कम होकर 1.7 अरब घन मीटर रहा। आंकड़े के अनुसार ईंधन मांग बढ़ने के साथ तेल रिफाइनरियों ने अगस्त महीने में अधिक कच्चे तेल को प्रोसेस किया। इस अवधि में कच्चे तेल की प्रोसेसिंग सालाना आधार पर 14.17 प्रतिशत बढ़कर 1.84 करोड़ टन रही।
वहीं खनन मंत्रालय के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जून के महीने में खनिज का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 23 प्रतिशत बढ़ा है। इसके साथ ही अप्रैल से जून के बीच में खनिज का उत्पादन 27.4 प्रतिशत बढ़ गया है। जून के दौरान कोयले का उत्पादन 510 लाख टन, लिग्नाइट का उत्पादन 34 लाख टन रहा है।
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