नयी दिल्ली: यूएस हाईबश ब्लूबेरी काउंसिल (यूएसएचबीसी) ने सोमवार को कहा कि अमेरिका से भारत के ब्लूबेरी का आयात चालू वर्ष में 27 प्रतिशत बढ़कर 2,415 टन होने का अनुमान है। इसने कहा कि भारत ने वर्ष 2020 में 1,900 टन अमेरिकी ब्लूबेरी का आयात किया था, जिसमें अधिकतम मात्रा सूखे और जमे हुए रूप में थी। यूएसएचबीसी इंडिया के प्रतिनिधि राज कपूर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कौंसिल, वर्ष 2008 से भारत में ब्लूबेरी को बढ़ावा दे रही है। इसके बाद साल दर साल आयात में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में शून्य आयात की स्थिति से, अमेरिका से भारत का ब्लूबेरी आयात वर्ष 2020 में बढ़कर 1,900 टन हो गया है, जिसमें 1800 टन सूखे/जमे हुए ब्लूबेरी हैं और शेष 100 टन ताजा ब्लूबेरी शामिल हैं। कपूर ने कहा, ‘‘टियर-2 शहरों में भी मांग बढ़ने के साथ, हम वर्ष 2021 में कुल आयात 2,415 टन तक पहुंचने की उम्मीद करते हैं, जिसमें 2,300 टन सूखा / जमे हुए और 115 टन ताजा ब्लूबेरी शामिल होगा।’’
उन्होंने कहा कि ज्यादातर मांग मुंबई से आ रही है, इसके बाद दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई और अहमदाबाद का स्थान है। हालांकि, कपूर ने कहा कि अमेरिकी ब्लूबेरी पर करीब 50 प्रतिशत का अधिक आयात शुल्क भारत में बाजार के विस्तार में मुख्य बाधा है क्योंकि इस शुल्क की वजह से यह महंगी हो जाता है। उन्होंने कहा कि फिर भी, भारत में इसके पोषण और स्वास्थ्य लाभों के कारण मांग बढ़ रही है। ब्लूबेरी में वसा और सोडियम की मात्रा कम हैं जिसके एक कप में सिर्फ 80 कैलोरी हैं और इसमें पॉलीफेनोल्स नामक सूऋम पोषक तत्व (फाइटोन्यूट्रिएंट्स) हैं। अमेरिका दुनिया का शीर्ष ब्लूबेरी उत्पादक देश है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रमुख उत्पादक कनाडा और न्यूजीलैंड हैं।