नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि देश में कारोबारी गतिविधियां सामान्य दिनों के स्तर पर लौट रही हैं। देश में उपभोग और मांग फिर से कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंच रही है। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एक लंबा लॉकडाउन किया गया। इससे औद्योगिक उत्पादन, उपभोक्ता उपभोग प्रभावित हुआ और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि दर का अनुमान तेजी से गिरा।
वाणिज्यिक खनन के लिए कोयला खदानों की नीलामी की शुरुआत के मौके पर मोदी ने कहा कि देश में कारोबारी गतिविधियां सामान्य दिनों के स्तर पर लौट रही हैं। उन्होंने कहा कि उपभोग और मांग अब कोविड-19 से पहले के स्तर पर पहुंच रही है।
प्रधानमंत्री ने उदाहरण दिया कि बिजली और ईंधन की मांग बढ़ी है, यह अर्थव्यवस्था में सुधार के कई संकेतकों में से एक है। उन्होंने कहा कि ये जितने भी संकेतक हैं, वे भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर लौटने की ओर इशारा करते हैं।
आयात घटाकर देश को आत्मनिर्भर बनाने के अपने विचार को दोहराते हुए मोदी ने कहा कि भारत का वृद्धि करना और सफल होना निश्चित है। उन्होंने कहा कि कुछ हफ्ते पहले तक हम एन-95 मास्क, कोरोना वायरस जांच किट, निजी सुरक्षा किट (पीपीई) और वेंटिलेटर्स का आयात करते थे। लेकिन अब हम इस मामले में आत्मनिर्भर हो चुके हैं और कुछ चिकित्सा उपकरणों का निर्यात करने की स्थिति में हैं।