नई दिल्ली| भारत 2020 में एशिया पैसिफिक में जापान के बाद दूसरा ऐसा देश रहा है, जहां सबसे अधिक साइबर हमले हुए हैं। वर्ष 2020 में क्षेत्र में हुए कुल साइबर हमलों में से भारत में सात प्रतिशत हमले दर्ज किए गए। आईबीएम की बुधवार को आई एक रिपोर्ट में यह बात कही गई।
आईबीएम सिक्योरिटी की ओर से जारी 2021 एक्स-फोर्स थ्रेट इंटेलिजेंस इंडेक्स के अनुसार, वित्त एवं बीमा क्षेत्र में भारत में शीर्ष हमले दर्ज किए गए हैं, जबकि इसके बाद विनिर्माण और पेशेवर सेवाओं में साइबर हमलों की सबसे अधिक घटनाएं सामने आई हैं। साइबर हमलों के प्रकार की बात करें तो रैनसमवेयर शीर्ष पर रहा, जिससे लगभग 40 प्रतिशत हमले हुए। इसके अलावा, डिजिटल करंसी माइनिंग और सर्वर एक्सेस हमलों ने पिछले साल भारतीय कंपनियों को प्रभावित किया।
आईबीएम टेक्नोलॉजी सेल्स, भारत/दक्षिणी एशिया में सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर टेक्निकल सेल्स लीडर सुदीप दास ने कहा, हमने साइबर अपराधियों को राहत के प्रयासों और सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं का उपयोग करते हुए देखा है, क्योंकि वैक्सीन आपूर्ति श्रृंखला के महत्वपूर्ण घटकों पर लक्षित हमलों सहित स्पैम की भी सूचना दी गई है।
उन्होंने कहा, इसलिए, संगठनों को अपनी सुरक्षा रणनीति के लिए एक शून्य-विश्वास दृष्टिकोण (जीरो-ट्रस्ट अप्रोच) के साथ अपने क्लाउड वातावरण को सख्त करने की आवश्यकता है। एक्स-फोर्स थ्रेट इंटेलिजेंस इंडेक्स 130 से अधिक देशों में प्रतिदिन 150 अरब से अधिक सुरक्षा घटनाओं (सिक्योरिटी इवेंट्स) की निगरानी और टिप्पणियों पर आधारित है।रिपोर्ट में पता चला है कि यूरोप ने 2020 में किसी भी अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक साइबर हमलों का अनुभव किया, जिसमें रैंसमवेयर तरीका शीर्ष पर रहा है। इसके अलावा, यूरोप ने किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में अधिक अंदरूनी खतरे के हमलों को भी देखा है। यहां उत्तरी अमेरिका और एशिया के मुकाबले दोगुने साइबर हमले दर्ज किए गए हैं।