नई दिल्ली। सरकार ने इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड और सउदी अरब से लागत से कम मूल्य पर रसायन के इंपोर्ट की जांच शुरू की है। इस रसायन का उपयोग औषधि में किया जाता है। आपको बता दें कि अगर जांच में डंपिंग की आशंका पायी जाती है तो भारतीय सरकार एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा सकती है।
सैचुरेटेड फैटी अल्कोहल की हो रही है डंपिंग !
वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई डंपिंग रोधी एवं संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (डीजीएडी) ने इन चारों देशों से सैचुरेटेड फैटी अल्कोहल की डंपिंग के पर्याप्त साक्ष्य पाया है। यह भी पढ़े: UMANG दिलाएगा सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने से मुक्ति, घर बैठे हो जाएंगे 200 से अधिक काम
लग सकती है एंटी डंपिंग ड्यूटी
अगर जांच में यह पाया जाता है कि डंपिंग से घरेलू कंपनियों को नुकसान हुआ है तो डीजीएडी वित्त मंत्रालय को डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश कर सकता है। इस बारे में अंतिम निर्णय वित्त मंत्रालय करता है। अगले 18 महीने में Jio पेश कर सकती है कई और भारी डिस्काउंट वाले ऑफर, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
क्या है सैचुरेटेड फैटी अल्कोहल
डंपिंग रोधी शुल्क लागत से कम मूल्य पर आयात से स्थानीय उद्योग की रक्षा कर समान अवसर उपलब्ध कराता है। सैचुरेटेड फैटी अल्कोहल का उपयोग मुख्य रूप से व्यक्तिगत और होम केयर उत्पादों के विनिर्माण में किया जाता है। इसके अलावा औषधि एवं कृषि संबंधी उत्पादों में भी इसका उपयोग होता है। यह भी पढ़े: Important to Know: हर खर्च के लिए क्रेडिट कार्ड से पेमेंट नहीं है समझदारी, इन 10 जगह पर न करें इस्तेमाल