नई दिल्ली। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के परिचालन शुरू करने के बाद दो साल से भी कम समय में उसके ग्राहकों की संख्या दो करोड़ के पार पहुंच गई है। बैंक ने एक बयान में कहा कि उसके परिचालन के पहले साल में उसने पिछले साल अगस्त में एक करोड़ ग्राहकों के आंकड़े को छू लिया था। बैंक ने नए एक करोड़ ग्राहकों को सिर्फ पांच महीने में जोड़ लिए हैं।
आईपीपीबी हर तिमाही में औसतन 33 लाख खाते खोल रही है और प्रबंधन कर रही है। बयान में संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद के हवाले से कहा गया है कि आईपीपीबी के कारोबारी मॉडल की सफलता सरकार की जनहित के लिए एक अंतर-संचालित बैंकिंग ढांचा खड़ा करने की मंशा को दिखाती है। यह देश में वित्तीय समावेशन के परिदृश्य को बदलने वाला है।
उन्होंने कहा कि बैंक के परिचालन में आने के बाद से यह देशभर में फैले 1.36 लाख डाकघरों और 1.9 लाख डाकियों को लोगों के घरों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने में काबिल बनाने में लगा है। आधार से जुड़े बैंक खातों ने ग्रामीण बैंकिंग ढांचे को करीब ढाई गुना बढ़ाया है।
बयान के अनुसार पिछले साल सितंबर में आधार से जुड़ी भुगतान सेवाएं शुरू करने के बाद आईपीपीबी देश में किसी भी बैंक के ग्राहक को अंतर-संचालित बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने वाला सबसे बड़ा एकल मंच बन गया है।