अंताल्या (तुर्की)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 तक भारत की रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन क्षमता को मौजूदा स्तर से गुना बढ़ाने का संकल्प लिया है। मोदी ने तुर्की में कहा कि 2022 तक रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन की क्षमता 175 गीगावाट करने का लक्ष्य रखा है। मोदी ने घोषणा की कि भारत जल्द ही फॉसिल फ्यूल पर सब्सिडी को न्यूनतम स्तर पर ले जाएगा। उन्होंने दुनिया की टॉप इकोनॉमी से 2020 तक प्रति वर्ष 100 अरब डॉलर का ग्रीन क्लाइमेट फंड सुनिश्चित करने को कहा है। साथ ही मोदी ने दुनिया के प्रमुख देशों से ऐसे सपोर्टिंग सिस्टम बनाने को कहा जो कि उन देशों पर केंद्रित हों जहां वृद्धि की अधिकतम संभावनाएं हैं।
रविवार को शुरू हुए जी20 समिट में विकास और जलवायु परिवर्तन विषय पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए मोदी ने यह मुद्दा उठाया और सात सूत्री सुझाव पेश किए जिनमें कार्बन क्रेडिट से ग्रीन क्रेडिट की ओर जाना और 2030 तक शहरों में आवागमन के साधनों सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों का हिस्सा बढा कर 30 प्रतिशत तक पहुंचाने का सुझाव शामिल है।
G20 summit
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
उन्होंने कहा, मैं प्रस्ताव करता हूं कि हम विचार करें कि कैसे जी20 मदद की ऐसी प्रणाली बना सकता है जो कि उन देशों पर केंद्रित हों जहां वृद्धि की अधिकतम संभावनाएं हैं, जो उनकी विशिष्ट बाधाओं को दूर कर सके तथा देशों की विशेष रणनीतियों के कार्यान्वयन को सुगम बनाए। मोदी ने कहा कि अमेरिका व चीन सहित दुनिया की 20 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के इस संगठन को बुनियादी ढांचा पर ध्यान देते रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ उर्जा व पर्यावरण अनुकूल बुनियादी ढांचे से विकास तथा जलवायु परिवर्तन, दोनों ही चुनौतियों से निपटा जा सकता है।