नई दिल्ली। भारत में पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) बाजार में वृद्धि बनी हुई है और इसके चलते दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में इस बाजार में थोक बिक्री 27 प्रतिशत बढ़कर 29 लाख इकाई (पीसी) हो गई। रिसर्च फर्म आईडीसी ने यह जानकारी दी है। हालाँकि, डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन मिलाकर कुल बाजार में वर्ष 2020 के दौरान 6.4 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस दौरान इन सामानों की बिक्री घटकर एक करोड़ 2.7 लाख इकाई रही। यह संख्या 2019 में एक करोड़ 9.7 लाख थी। अक्टूबर-दिसंबर 2020 की तिमाही के दौरान, नोटबुक खंड में बिक्री एक साल पहले से 62.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो कुल 29 लाख पीसी की बिक्री का तीन-चौथाई से अधिक हिस्सा है।
आईडीसी ने कहा कि ई-लर्निंग और रिमोट वर्किंग के चलते नोटबुक खंड की भारी मांग बनी हुई है, जिससे उपभोक्ता और उद्यम क्षेत्रों में इसकी क्रमश: 74.1 प्रतिशत और 14.1 प्रतिशत वार्षिक की दर से वृद्धि रही। ई-लर्निंग और रिमोट वर्किंग क्षेत्र की जरूरतों के कारण जुलाई-सितंबर 2020 की अवधि में भारतीय पीसी बाजार को सर्वाधिक बिक्री का आंकड़ा हासिल करने में मदद मिली। उस तिमाही में वार्षिक आधार पर बिक्री 9.2 प्रतिशत वृद्धि के साथ 34 लाख इकाई रही।
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आईडीसी ने कहा कि वर्ष 2020 में नोटबुक का अच्छा बाजार रहा जहां इस वर्ष के दौरान 79 लाख नोटबुक की बिक्री हुई जो छह प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। दूसरी ओर, डेस्कटॉप की बिक्री 2020 में 33.2 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, क्योंकि कंपनियों ने ‘फिक्स्ड कंप्यूटिंग उपकरणों पर खर्च की जगह ‘मोबाइल’ उपकरणों को तरजीह दी। वर्ष 2020 में समग्र पीसी बाजार में 6.4 प्रतिशत की गिरावट आई। चौथी तिमाही में डेल टेक्नोलॉजीज ने घरेलू बाजार में एचपी को समग्र पीसी बाजार में शीर्ष स्थान से हटा दिया। डेल ने चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 57.1 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की और बाजार हिस्सेदारी में 27.5 प्रतिशत के साथ एचपी इंक से आगे हो गयी। एचपी की बाजार हिस्सेदारी 26.7 प्रतिशत है।