नई दिल्ली। अप्रैल से जून के बीच भारत का कुल निर्यात पिछले साल के मुकाबले 25.42 फीसदी घटा है। इसमें माल एवं सेवाएं दोनो ही शामिल हैं। आज केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोक सभा में लिखित रूप में ये जानकारी दी। एक आधिकारिक रिलीज के मुताबिक अगस्त 2020 में निर्यात में 12.66 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। रिलीज के मुताबिक लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे खुलने के साथ, औद्योगिक गतिविधि सामान्य होने लगी है, जिससे अर्थव्यवस्था महामारी के असर से धीरे धीरे निकलने लगी है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के मुताबिक जून, 2020 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) का अनुमान 107.8 है जो कि अप्रैल, 2020 और मई, 2020 में 53.6 और 89.5 रहा था। यानि इसमें भी सुधार के संकेत हैं। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिससे कारोबारियों को फायदा मिलने और अर्थव्यवस्था को सहारा मिलने की पूरी उम्मीद है।
इससे पहले मंगलवार को आए आंकड़ों के मुताबिक देश के निर्यात में लगातार छठे महीने गिरावट दर्ज हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार पेट्रोलियम, चमड़ा, इंजीनियरिंग सामान और रत्न एवं आभूषण के निर्यात में कमी से देश का कुल निर्यात अगस्त 2020 में एक साल पहले के इसी महीने के मुकाबले 12.66 प्रतिशत घटकर 22.7 अरब डॉलर रहा। निर्यात में अगस्त माह में आई यह गिरावट जुलाई की 10.21 प्रतिशत और जून में आई 12.41 प्रतिशत गिरावट के मुकाबले भी अधिक है। इससे पहले, पिछले साल 2019 के अगस्त में निर्यात 25.99 अरब डॉलर रहा था। आंकड़े के अनुसार देश का आयात भी इस साल अगस्त में 26 प्रतिशत लुढ़क कर 29.47 अरब डॉलर रहा। इससे व्यापार घाटा 6.77 अरब डॉलर पर आ गया जो एक साल पहले 2019 के इसी महीने में 13.86 अरब डॉलर के मुकाबले आधे से भी कम रह गया। जुलाई महीने में व्यापार घाटा यानी आयात और निर्यात का अंतर 4.82 अरब डॉलर था।