नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया वित्तीय संकट से गुजर रही है, भारत एकमात्र देश है जो तेज गति से ग्रोथ कर रहा है और इसका कारण उनकी सरकार की नीतियां हैं। मोदी ने कहा, वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष), हर कोई कह रहा है कि दुनिया आर्थिक संकट से गुजर रही है, सिर्फ भारत ही है जो इसमें भी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
मुद्रा योजना से दो करोड़ लोगों को मिला फायदा
प्रधानमंत्री ने यह बात उसी दिन कही जब कांग्रेस ने कहा है कि वह 23 फरवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर श्वेत पत्र लाने की मांग करेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े दावों को देखते हुए अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र लाने की मांग करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी सरकार द्वारा लोगों के लिए शुरू किए गए कई कार्यक्रमों का जिक्र किया। उन्होंने इस संदर्भ में मुद्रा योजना और कौशल विकास कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा, एक चीज हमें हमारी समस्याओं, गरीबी, शिक्षा की कमी से मुक्ति दिला सकती है। मोदी ने कहा, मुद्रा योजना से दो करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए और एक लाख करोड़ रुपए उनके बीच वितरित किये गए। लोगों को वित्तीय समर्थन दिए गए और हमें उनमें पूरा विश्वास है।
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21वीं सदी भारत की सदी होगी
मोदी ने कहा कि कई लोग कह चुके हैं कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी। उन्होंने कहा कि यह सदी ग्यान का दौर होगा। भारत ने हमेशा ग्यान में दुनिया की अगुवाई की है। उन्होंने युवाओं से यह प्रतिबद्धता लेने का आह्वान किया कि वे दुनिया के मंच पर अपने कौशल और ग्यान से भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे। नरेंद्र मोदी ने कहा, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र है। हम एक अन्य क्षेत्र व्यक्तिगत क्षेत्र पेश करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि लोग आत्मनिर्भर और स्वरोजगार वाले बनें। वे नौकरी नहीं मांगें बल्कि नौकरियों का सृजन करें। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने युवाओं और लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं पेश की हैं। जनधन योजना का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत खोले गये खातों में 30,000 करोड़ रुपए जमा किए गए हैं।