नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत मोबाइल और इंटरनेट के तेजी से विस्तार के साथ दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल बाजारों में से एक बनने की ओर अग्रसर है। इसके साथ ही देश 2,100 से ज्यादा वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों के काम करने के साथ सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। इसके साथ ही इन्होने कहा कि इन कंपनियों को अपनाने की दर भी भारत में सबसे ज्यादा है।
उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2021 को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि जेएएम (जन धन, आधार और मोबाइल) ने भारत को वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) क्षेत्र के विकास के लिए अपनी तकनीकी क्षमताओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाया है। मंत्री ने कहा कि फिनटेक कंपनियां देश में वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फिनटेक क्षेत्र ने दिखाया है कि प्रौद्योगिकी को अपनाने को लेकर नागरिक कितने सकारात्मक हैं। उनके मुताबिक 87 प्रतिशत की दर के साथ भारत में फिनटेक को अपनाने की दर दुनिया में सबसे ज्यादा है, दुनिया भर का ये औसत 64 प्रतिशत है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि "आज, भारत 2,100 से अधिक फिनटेक कंपनियों के काम करने के साथ सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। गैर-वित्तीय सेवा क्षेत्र भी फिनटेक समाधानों को तेजी के साथ अपना रहे हैं। उनकी मूल्य श्रृंखलाओं के विस्तार के साथ, फिनटेक सेवाओं की काफी मांग बढ़ेगी।"
उद्योग मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन और कोरोना की दूसरी लहर के दौरान फिनटेक कंपनियों ने कॉन्टैक्ट लैस बैंकिंग के जरिये लोगों की काफी मदद की। इसकी मदद से लोगों ने घरों में सुरक्षित रहकर बेहद जरूरी काम निपटाए। उन्होने जानकारी दी कि पिछले महीने यूपीआई के जरिये रिकॉर्ड 3.6 अरब लेन देन किये गये। वहीं आधार के जरिये बीते साल 2 लाख करोड़ ट्रांजेक्शन संपन्न किये गये। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की कई फिनटेक कंपनी यूनिकॉर्न है और भारत का मौजूदा फिन टेक बाजार 31 अरब डॉलर का है जो कि साल 2025 तक 84 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
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